Sharmistha Panoli controversy Who is Panoli people searching for her cast on Google

Sharmistha Panoli Controversy: शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर दो तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. एक बड़ी आबादी शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को जायज ठहरा रही है और कोलकाता पुलिस के इस कदम की सराहना कर रही है तो आबादी का एक हिस्सा ऐसी भी है जो शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को गलत बता रही है. उनका कहना है कि शर्मिष्ठा ने जो भी किया था उसने उसके लिए मांफी भी मांगी थी और वीडियो डिलीट कर दिया था.
शर्मिष्ठा के समर्थकों का कहना है कि खुद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और उनके सांसद हिंदू धर्म के बारे में उल्टा सीधा कह चुके हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और सोशल मीडिया पर कुछ लोग पुलिस की प्राथमिकताओं पर सवाल उठा रहे हैं शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के बाद लोग उसके बारे में तमाम चीजों को खोज रहे हैं. उसमें से एक है कि पनोली कौन होते हैं. अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल हैं तो चलिए, आपको इन सवालों का जवाब देते हैं.
शर्मिष्ठा के मामले में अब तक क्या हुआ
पुणे की लॉ पढ़ने वाली छात्रा शर्मिष्ठा पनोली को कोलकाता पुलिस ने 30 मई की रात को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था. उस पर आरोप है कि उसने भारत-पाकिस्तान के तनाव के दौरान बनाए गए एक वीडियो में एक विशेष धर्म को निशाना बनाकर अपमानजनक टिप्पणी की है. गिरफ्तारी के बाद ट्रायल कोर्ट ने शर्मिष्ठा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था.
ट्रायल कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ उसने कोलकाता हाईकोर्ट का रूख किया था, जहां हाईकोर्ट ने अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया है. हाईकोर्ट ने कहा है कि बोलने की आजादी का मतलब यह नहीं है कि आप दूसरों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाएं. आंध्रप्रदेश के डिप्टी सीएम ने शर्मिष्ठा का बचाव करते हुए कोलकाता के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का वीडियो शेयर किया था जिसमें वे हिंदू धर्म के खिलाफ बात कर रही हैं. उन्होंने कई सवाल खड़े किए थे. फिलहाल शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के बाद से लगातार ट्विटर पर शर्मिष्ठा के समर्थन में ट्रेंड करवाया जा रहा है.
अब जान लीजिए पनोली कौन होते हैं
पनोली के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है. इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों के अनुसार पनोली सरनेम के लोग देश के अलग अलग हिस्सों में देखने को मिलते हैं जो अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति में आते हैं. यह उस राज्य के ऊपर निर्भर करता है कि वे पनोली को अनुसूचित जाति में रखे हुए हैं या फिर अनुसूचित जनजाति में इनको रखा गया है. हालांकि यह आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है यह इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक लिखा गया है.
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