क्या साइबर अटैक से भी क्रैश हो सकता है प्लेन, कितने एंगल से होती है हादसे की जांच?

<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">अहमदाबाद में 12 जून 2025 को एयर इंडिया का एक लंदन जाने वाला विमान हादसे का शिकार हो गया था. इस हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से विमान जगत में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. जैसे कि दोनों इंजनों का एकसाथ फेल हो जाना, जो कि बहुत ही ज्यादा दुर्लभ घटना मानी जाती है. इसके अलावा विमान में तकनीकी खामियों और साइबर अटैक की संभावनाओं को भी हवा मिल गई है. साइबर अटैक की बात ने इस दुर्घटना को और रहस्यमय बना दिया है. अब समझने वाली बात यह है कि क्या कोई विमान साइबर अटैक से भी क्रैश हो सकता है? आइए जानें कि प्लेन क्रैश के बाद कितने एंगल्स पर जांच की जाती है. </span></p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कितने एंगल पर होती है प्लेन हादसे की जांच</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">किसी भी प्लेन हादसे में एकसाथ 241 लोगों का मर जाना कोई छोटी बात तो नहीं है, यह एक बड़ा और गंभीर विमान हादसा है. इसको लेकर साइबर अटैक समेत 2000 एंगल्स पर अलग-अलग तरीके से जांच की जा रही है, जैसे कि एकसाथ दोनों इंजन का फेल होना, फ्लैप की गलत स्थिति, साइबर अटैक, आतंकी हमला, प्लेन में कॉल बेल का काम न करना, छोटी-मोटी खामियां और तकनीकी खराबी, पायलटों का अनुभव, मेडे कॉल आदि. यहां जांच करने का एक प्वाइंट और भी है कि क्या यह तकनीकी खामी अचानक से आई या फिर पहले से रही और लापरवाही की वजह से इस पर ध्यान नहीं दिया गया. क्योंकि इस विमान हादसे के बाद लगातार आठ दिन से एयर इंडिया की कई फ्लाइट अलग-अलग कारणों से कैंसिल कर दी गई हैं. </span></p>
<p style="text-align: justify;"><strong>क्या साइबर अटैक से हैक हो सकता है प्लेन</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">अब साइबर अटैक की भी बात कर लेते हैं. एक साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर रुबेन सांका मार्था ने साल 2019 में DEF CON कॉन्फ्रेंस में प्रजेंटेशन के दौरान कहा था कि बोइंग 787 के इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट सिस्टम और अन्य नेटवर्क सिस्टम में संभावित कमजोरियां बताई थीं. उन्होंने तो यहां तक कहा था कि इन सिस्टम्स को हैक करके विमान की लाइटिंग, सीट कंट्रोल को प्रभावित किया जा सकता है. लेकिन उन्होंने ऐसा कोई दावा नहीं किया था कि साइबर अटैक के जरिए पूरे विमान को क्रैश किया जा सकता है. उनके रिसर्च में इस बात का उल्लेख था कि फ्लाइट के महत्वपूर्णं सिस्टम जैसे कि फ्लाइट को कंट्रोल करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि ये सिस्टम एयर गैप्ड और सुरक्षित होते हैं.</span></p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पहले भी एयरलाइन सिस्टम पर हुए साइबर अटैक</strong></p>
<p style="text-align: justify;"><span style="font-weight: 400;">हालांकि साइबर अटैक एयरलाइन सिस्टम जैसे कि बुकिंग या वेब चेक-इन आदि पर पहले भी हुए हैं, लेकिन विमान कंट्रोल सिस्टम पर आज तक ऐसा कोई साइबर अटैक नहीं हुआ है. साल 2022 में स्पाइसजेट पर रैनसमवेयर हमला हुआ था, इससे उड़ानों पर फर्क पड़ा था, लेकिन यह हमला ग्राउंड सिस्टम तक ही सीमित था. इसके अलावा साल 2024 में जापान एयरलाइंस पर भी साइबर हमला हुआ था, जिससे उड़ानें विलंबित हुई थीं, लेकिन इसमें भी विमानों के संचालन पर असर नहीं पड़ा था. हालांकि रोज टेक्नोलॉजी अपडेट हो रही है, ऐसे में इस पहलू पर भी जांच करना बहुत जरूरी है. </span></p>
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